
पवन श्रीवास्तव जिला संवाददाता 8982713738
कटनी: पौनिया ग्राम पंचायत की नवीन बिल्डिंग में भ्रष्टाचार की दरार, फाउंडेशन में ही गहरी दरारें
मध्य प्रदेश के कटनी जिले की ग्राम पंचायत पौनिया में निर्मित हो रही नवीन बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू होते ही विवादों में घिर गया है। भवन का फाउंडेशन बनते ही दीवारों में गहरी दरारें पड़ गईं, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों में यह चर्चा जोरों पर है कि जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत और कमीशनखोरी के चलते निर्माण कार्य में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं।स्थानीय निवासियों का कहना है कि बिल्डिंग का निर्माण शुरू होने के कुछ ही समय बाद दीवारों में दरारें दिखाई देने लगीं। एक ग्रामीण, रामलाल विश्वकर्मा ने बताया, “अभी तो सिर्फ फाउंडेशन और दीवारें बनी हैं, और ये हाल है। अगर पूरी बिल्डिंग बन जाएगी, तो क्या होगा? यह जनता के पैसे का दुरुपयोग है।” ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, और जिम्मेदार अधिकारी इसकी अनदेखी कर रहे हैं।
जन चर्चा: कमीशन के खेल में दबा गुणवत्ता का सवाल
स्थानीय स्तर पर चर्चा है कि निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सूत्रों के अनुसार, ठेकेदार और अधिकारियों के बीच कमीशन का खेल चल रहा है, जिसके कारण गुणवत्ता को ताक पर रखा गया है। एक अन्य ग्रामीण, श्यामवती बाई ने कहा, “अधिकारी और ठेकेदार मिलकर जनता के पैसे को लूट रहे हैं। शासन की योजनाएं कागजों पर तो भव्य दिखती हैं, लेकिन हकीकत में ये सिर्फ भ्रष्टाचार का जरिया बन रही हैं।”
शासन की उपलब्धियां या कागजी खेल?
मध्य प्रदेश सरकार जहां अपनी विकास योजनाओं और उपलब्धियों का डंका पीट रही है, वहीं पौनिया जैसी घटनाएं इन दावों की पोल खोल रही हैं। ग्राम पंचायत पौनिया में हो रहा यह निर्माण कार्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का हिस्सा है, लेकिन गुणवत्ता के अभाव में यह जनता के लिए खतरे का सबब बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समय रहते इसकी जांच और सुधार नहीं किया गया, तो भविष्य में बड़ा हादसा हो सकता है।
जिम्मेदार कौन?
जिला प्रशासन और संबंधित विभागों से इस मामले में कोई ठोस जवाब नहीं मिला है। ग्रामीणों ने मांग की है कि निर्माण कार्य की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषी अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। कटनी जिले में पहले भी कई निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार के मामले सामने आ चुके हैं, जैसे छोटी पौड़ी खुर्द में नाली निर्माण और फॉरेस्टर प्ले ग्राउंड की बिल्डिंग निर्माण में अनियमितताएं।
आगे क्या?
पौनिया के इस मामले ने एक बार फिर प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही पर सवाल खड़े किए हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर निर्माण कार्य में सुधार नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। जिला प्रशासन से अपेक्षा है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले और जनता के हित में त्वरित कार्रवाई करे, ताकि शासन की योजनाएं वास्तव में जनकल्याणकारी साबित हो सकें